"क्या मुझे इसे पढ़ना चाहिए या नहीं?" न केवल युसूफ द्वारा बल्कि विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं, स्वीकारोक्ति और आयु समूहों के कई मुसलमानों द्वारा पूछा गया एक प्रश्न। इसलिए, यदि आप स्वयं से वही प्रश्न पूछ रहे हैं, तो ये विचार आपको उत्तर खोजने में सहायता करेंगे।